प्यार तुम्हारा मिला कि सावन बरस गया- जगदीश पंथी

सोनभद्र: पद्मश्री गोपाल दास नीरज के जन्मदिन के अवसर पर काव्यांजलि का आयोजन किया गया। नीरज जी का सोनभद्र से नाता भी रहा वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर के साथ उनका खास याराना भी था दर्जनों बार श्री शेखर के संयोजन में आयोजित मधुरिमा साहित्य गोष्ठी के अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में नीरज जी का आना भी हुआ, श्री शेखर ने पद्मश्री गोपाल दास नीरज सम्मान से दवे प्रताप नागर कानपुर उमाशंकर तिवारी गाजीपुर माहेश्वर तिवारी मुरादाबाद श्रीकृष्ण तिवारी वाराणसी जैसे ख्याति लब्ध गीतकारों को नीरज सम्मान से सम्मानित भी किया।
शनिवार को वरिष्ठ साहित्यकार व स्वास्थ्य विभाग के पूर्व ज्वाइंट डायरेक्टर डा०अनिल कुमार मिश्र के ओइनी मिश्र स्थित आवास पर पद्मश्री गोपाल दास नीरज की जयंती के अवसर पर काव्यांजलि का आयोजन वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर की अध्यक्षता में किया गया, मुख्य अतिथि वरिष्ठ कथाकार रामनाथ शिवेंद्र रहे। सृजा द्वारा मां शारदे की वंदना, कंठ में कोकिल स्वर देना, मां विनती सुन लेना से आगाज हुआ, अजय चतुर्वेदी काका ने, बापे के कूटत हवा तू हूं कालि कुटाबा, अब्दुल हई ने दामन में मेरे पैबंद हजारों हैं, लेकिन खुदा का शुक्र धब्बा नहीं कोई,अनुपमा वाणी ने साध कर तुम स्वयं को हर घात पर प्रतिघात करना अशोक तिवारी ने खौफ है नहीं कोई धूप में नहाने से दिलीप सिंह दीपक ने मरा मैं नहीं मुझको मारा गया है।
प्रदुम्न त्रिपाठी ने पड़ी जरूरत जब भी कफ़न बांध हम आयेंगे, काश लहू का इक इक कतरा भारत मां के काम आये,
दिवाकर मेघ ने बीए पढै लागल बा बेटौवा राकेश शरण मिश्र ने दर्द पीता और जीता पालता और पोसता हूं, डा० रचना तिवारी ने कहीं पे आईना बेबस कहीं तस्वीर है बेबस, कमलनयन तिवारी ने भी शायरी से शमां बांध दिए।
संचालन कर रहे जगदीश पंथी ने प्यार तुम्हारा मिला कि सावन बरस गया है तो वहीं रामनाथ शिवेंद्र ने हमें रोटियां ही दीजिए बहुत भूख लगी है ,दे रहे हो गीता कुरान किस लिए सुनाकर सद्भावना की बात किये। देर रात तक चले कार्यक्रम को वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर ने अपनी कई गंभीर रचनाओं से सोपान तक पहुंचा दिया। सभी कवियों को अंग वस्त्र प्रदान कर अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर वरिष्ठ अधिवक्ता अमरनाथ मिश्र अखिलेश मिश्र एडवोकेट कल्लू पाठक प्रमोद कुमार मिश्रा आशुतोष कुमार मुन्ना समेत सैकड़ों लोगों ने विभिन्न रसों में सबको सराबोर कर दिया।