कन्या सुमंगला योजना पर लापरवाही नहीं की जाएगी बर्दाश्तःDM

सोनभद्र: जिला अधिकारी एस.राजलिंगम ने आज कलेक्ट्रेट परिसर में कन्या सुमंगला योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक की यह योजना प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है इस दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ‘‘ कन्या सुमंगला योजना’’ के पंजीकरण कराने की व्यवस्था तत्परता के साथ बिना किसी देर के सम्बन्धित विभागोें से मदद प्राप्त करते हुए जिला प्रोबेशन अधिकारी सुनिश्चित करायें। कन्या सुमंगला योजना के पंजीकरण की स्थिति संतोषजनक न होना प्रोबेशन विभाग के गैर जिम्मेदारी का परिचायक है, लिहाजा सहयोगी विभागोें से समन्वय स्थापित कर आन लाईन आवेदन के साथ ही ऑफ लाइन आवेदन की मुकम्मल व्यवस्था करायी करायी जाए जिससे ज्यादा से ज्यादा कन्याओं को इसका लाभ मिल सके।

       जिलाधिकारी ने कहा कि तत्काल युद्ध स्तर पर लगकर पूरी टीम भावना के साथ बालिकाओं के पंजीकरण का कार्य किया जाय, जिसके तहत प्रदेश सरकार द्वारा मुहैया करायी जाने वाली सुविधाओं को चरणबद्ध तरीके से पात्र बालिकाओं को मिल सके। जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जिस विभाग की योजना होती है, मूल रूप से उस विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का दायित्व होता है कि योजना का क्रियान्वयन समय से करायें। जिला प्रोबेषन अधिकारी की षिथिलता का नतीजा है कि जिले के पात्र बालिकाओं का अब तक पंजीकरण नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि बालिकाओं के पंजीकरण सहयोगी विभाग, तब पूरी तत्परता से कार्य करेंगे, जब मूल विभाग समन्वय के साथ बेहतर कार्य के लिए तत्पर रहेगा। उन्होंने कहा कि जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपनी पूरी क्षमता के साथ जिला प्रोबेषन विभाग का सहयोग करते हुए पंजीकरण शत-प्रतिशत करायें।

                        जिलाधिकारी ने एस राजलिंगम ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘‘ कन्या सुमंगला योजना’’ के तहत प्रथम चरण में बालिका के जन्म होने पर दो हजार रूपये, द्वितीय चरण में एक साल के टीकाकरण पूरा होने पर एक हजार रूपये, तीसरी चरण में कक्षा -1 में बालिका के दाखिला के बाद दो हजार रूपये, चौथे चरण में बालिका के छठवी दर्जे में दाखिला के बाद दो हजार रूपये, पांचवी चरण में कक्षा-9 में दाखिले के बाद तीन हजार व छठवें चरण में ऐसी बालिकाएं, जिन्होंने कक्षा-बारहवीं पास करके स्नातक डिग्री या कम से कम दो वर्ष के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया हो पांच हजार रूपये मुहैया कराने की व्यवस्था है। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, जिला प्रोबेशन अधिकारी अमरेन्द्र पोत्सायन, जिला पंचायत राज अधिकारी आरके भारती, जिला विद्यालय निरीक्षक मूल चन्द यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डाॅ गोरखनाथ पटेल, जिला पूर्ति अधिकारी राकेश तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों सहित अन्य सम्बन्धित निभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

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