कानपुर देहात में निपुण भारत मिशन का प्रशिक्षण, भाषा-गणित पर दिया गया जोर

कानपुर देहात में निपुण भारत मिशन के तहत बुनियादी भाषा और गणित में दक्षता को बढ़ावा देने के लिए चार दिवसीय एफएलएन (फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरसी) प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन हुआ. यह प्रशिक्षण भाऊराव देवरस महाविद्यालय मुक्तापुर में आयोजित किया गया. जिसमें सरवनखेड़ा विकासखंड के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक और शिक्षामित्र बड़ी संख्या में शामिल हुए.
प्रशिक्षण के पहले दो दिनों में शिक्षकों को बच्चों में भाषा कौशल विकसित करने के लिए एलएसआरडब्ल्यू यानी सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना आदि की विधि का प्रशिक्षण दिया गया. इसके साथ ही, शासन द्वारा जारी शिक्षक संदर्शिका का उपयोग करते हुए कक्षा में पढ़ाने के नए और प्रभावी तरीकों पर विशेष जोर दिया गया.
तीसरे और चौथे दिन गणितीय दक्षता के लिए ईएलपीएस यानी अनुभव, भाषा, चित्र, प्रतीक की विधि का परिचय दिया गया. जिससे बच्चों को जटिल गणितीय अवधारणाओं को आसानी से समझाया जा सके.
प्रशिक्षण के दौरान नए पाठ्यक्रम और कार्यपुस्तिकाओं के बेहतर उपयोग के तरीकों पर गहन चर्चा की गई। कक्षा 4 और 5 के छात्रों के लिए 42 दिवसीय उपचारात्मक शिक्षण की विस्तृत रूपरेखा तैयार की गई.
एआरपी संजय शुक्ला ने कक्षा 1 और 2 में भाषा की समझ को विकसित करने के महत्व पर बल दिया, जबकि एआरपी रुचिर मिश्रा ने शिक्षण में आईसीटी (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) के उपयोग की महत्ता पर प्रकाश डाला.
शिक्षकों ने प्रशिक्षण के दौरान डिजिटल पंजिकाओं और विद्या समीक्षा केंद्र से प्राप्त होने वाली सहायता पर भी चर्चा की. इस कार्यक्रम में लोकेन्द्र सचान, राजेश सिंह, दीप्ती कटियार समेत कई शिक्षकों ने हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी. जो उन्हें भविष्य में बेहतर अवसरों के लिए तैयार करेगी.