सीएसआर का उपयोग आमजन के लिये किया जाए

जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने शुक्रवार को विकास भवन सभागार में सीएसआर की समीक्षा बैठक करते हुए कहा कि।सामाजिक नैगमिक दायित्व/सीएसआर के तहत जिले में स्थापित औद्योगिक इकाईयां अपने उत्पादन एरिया से हटकर जिले के अन्य दुरूह क्षेत्रों में नागरिकों को सहूलियत मुहैया करायें, तभी सीएसआर की सार्थकता सिद्ध होगी। औद्योगिक इकाईयां सीएसआर के कार्यों को समयबद्ध तरीके से अपना दायित्व समझते हुए पूरा करें। सीएसआर का कार्य अब नये साफ्टवेयर के माध्यम से होगा, जिसके तहत सभी जरूरी चीजें रोस्टर के मुताबिक आनलाईन तरीके से करायी जाएगी।
जिलाधिकारी श्री राजलिंगम ने जिले में स्थापित औद्योगिक इकाई के प्रतिनिधियों से कहा कि सीएसआर मद से मिलने वाली धनराशि का उपयोग करते हुए नागरिकों के भलाई के लिए कार्य किये जाएं जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, चिकित्सा, आत्म निर्भर बनाने हेतु रोजगार मुहैया करायें और कहा कि अपने-अपने निर्धारित मद से जिले के उत्थान के लिए सामाजिक क्षेत्र में बेरोजगारों को आत्म निर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार हेतु कार्ययोजना तैयार करके उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाय। कार्यों में गुणवत्ता के साथ ही पारदर्शिता का भी ध्यान रखा जाय।
बैठक में जिलाधिकारी श्री राजलिंगम के अलावा मुख्य विकास अधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, जिले में स्थापित औद्योगिक इकाईयों के पदाधिकारीगण सहित अन्य अधिकारी व नागरिकगण मौजूद रहे।