कोरोना को मात देने के बाद थकान मिटाने के लिये पौष्टिक आहार का करें सेवन
सोनभद्र: कोरोना को मात देने के बाद भी बनी रहने वाली शारीरिक थकान और कमजोरी को दूर करने का सबसे सरल और सटीक उपाय है कि लोग अपने खानपान में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें जो ऊर्जा बढ़ाने वाले हों. इसके लिए किसी चिकित्सक या दवा की जरूरत नहीं है बल्कि इसकी दवा तो सभी के किचन में ही मौजूद है, बस जरूरत है उसे जानने और दूसरों को समझाने की.
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन- उत्तर प्रदेश के आयुष इकाई के महाप्रबंधक डॉ. रामजी वर्मा का कहना है कि केला, सेब, संतरा और नींबू जैसे ऊर्जा बढ़ाने वाले फलों के सेवन से कोरोना के बाद महसूस होने वाली थकान व कमजोरी को दूर किया जा सकता है. इसके अलावा सलाद और भोजन में उपयुक्त कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन को शामिल करना भी उपयोगी साबित हो सकता है. आर्गेनिक शहद और नींबू के साथ गर्म पानी का सेवन भी किया जा सकता है. जिससे शारीरिक थकान दूर होगी और शरीर को राहत मिलेगी.
डॉ. वर्मा का कहना है कि कोरोना के चलते होने वाली सूखी खांसी की समस्या से भी निजात पाने की सलाह बहुत से लोगों द्वारा मांगी जा रही है. ऐसे लोगों को मैं बताना चाहूंगा कि सूखी खांसी व गले में खराश को दूर करने में आयुष का घरेलू उपचार बहुत ही कारगर है. कोविड लक्षणों से आराम के लिए तुलसी के पत्तों के साथ गरम पानी का सेवन करें. अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें. शर्करा युक्त पेय, शराब और काफी के सेवन से बचें क्योंकि इससे डिहाइड्रेशन होता है.
इसके अलावा दिन में दो से तीन बार मुंह से भाप लेना भी इससे निजात दिलाने में फायदेमंद साबित हो सकता है. लौंग के पाउडर को मिश्री/शहद के साथ मिलाकर दिन में दो से तीन बार सेवन करने से भी इस तरह की समस्या दूर हो सकती है. यदि इसके बाद भी दिक्कत ठीक नहीं होती है तब चिकित्सक की सलाह लें. जानकारी के अभाव में लोग इसके लिए चिकित्सक की सलाह लिए बगैर भी मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदकर आजमाने लगते हैं. जोकि नुकसानदेह साबित हो सकती है.
डॉ. वर्मा का कहना है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के एक से एक नुस्खे आयुर्वेद में मौजूद हैं. जिसको आजमाकर हम कोरोना ही नहीं अन्य संक्रामक बीमारियों को भी अपने से दूर कर सकते हैं. इसके अलावा इन नुस्खों के कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हैं. भोजन में हल्दी, धनिया जीरा और लहसुन का इस्तेमाल भी इसमें बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है. दूध में हल्दी मिलाकर , गुनगुना पानी और हर्बल चाय/काढ़ा पीकर भी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं. इसके साथ ही योगा, ध्यान और प्राणायाम का भी सहारा लिया जा सकता है. बदली परिस्थितियों में यही जरूरी नुस्खे आजमाकर लोग स्वस्थ रह सकते हैं.