बच्चों को दूध पिलाने में लापरवाही पर शिक्षामित्र पर मुकदमा शिक्षक निलंबित।
सोनभद्र। प्राथमिक शिक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश की सरकार भले ही संवेदनशील हो और तमाम दावेेे कर रही हो, बच्चों के शिक्षा व स्वास्थ्य को लेकर करोड़ों अरबों रुपए व्यय किये जा रहे हो पर प्राथमिक शिक्षा के निर्वहन की जिम्मेदारी जिन लोगों पर है उनके द्वारा की जा रही लापरवाही अनियमितता भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है कुछ माह पूर्व सोनभद्र से सटे जनपद मिर्जापुर में प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को नमक रोटी खिलाए जाने का मामला राष्ट्रीय धरातल पर चर्चा का विषय बना था एक बार फिर जनपद सोनभद्र में भी अध्यापकों व शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां जनपद के एक प्राथमिक विद्यालय में 1 लीटर दूध में पानी मिलाकर विद्यालय में पढ़ने वाले 80 बच्चों को पिलाकर कोरम पूर्ति किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
मामले कि जांच में यह भी पाया गया कि जिस विद्यालय में 2 शिक्षक व एक शिक्षामित्र कार्यरत है वहां कोई भी शिक्षक उपस्थित नहीं था बल्कि शिक्षामित्र के सहारे ही स्कूल चल रहा था यह स्थिति उस जनपद सोनभद्र की है जहां के प्रभारी स्वयं उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश चंद द्विवेदी है जनपद सोनभद्र के चोपन ब्लाक अंतर्गत कोटा ग्राम पंचायत के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में 1 लीटर दूध में 80 बच्चों को पिलाए जाने के मामले को लेकर लापरवाही बरतने वाले प्रभारी प्रधानाध्यापक को जिलाधिकारी एस राजलिंगम के निर्देश पर सस्पेंड करते हुए तैनात शिक्षामित्र की सेवा समाप्त करने के साथ ही प्राथमिकी दर्ज करा दी गई जबकि एबीएसए को पर्यवेक्षण में उदासीनता बरतने पर कार्यवाही हेतु शासन को रिपोर्ट भेज का दिया गया है।
यह जानकारी जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान दी जिलाधिकारी ने कहा कि उक्त विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना के तहत बुधवार को बच्चों में दूध वितरण किया जाना था जिसमें प्रभारी प्रधानाध्यापक ने 1 लीटर दूध विद्यालय पर भिजवा दिया और शेष 3 लीटर दूध को लेने गए थे इसी बीच शिक्षामित्र ने एक लीटर दूध में पानी मिलाकर 80 बच्चों को पिला दिया।
जैसे ही यह मामला संज्ञान में आया तो डीएम ने गुरुवार को विद्यालय पर पहुंचकर घटना के बारे में जानकारी लिया और मामला सही पाए जाने पर उनके द्वारा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि इसमें घोर लापरवाही बरती गई है और इसको लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापक शैलेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। तथा शिक्षा मित्र जितेंद्र के खिलाफ चोपन थाने में एफआईआर दर्ज कराया गया है। उन्होंने कहा कि इसमें एबीएसए द्वारा भी पर्यवेक्षण में लापरवाही बरती गई है क्योंकि बिना शिक्षक के शिक्षामित्र के सहारे विद्यालय को संचालित कराया जाना उदासीनता है इसमें एबीएसए के खिलाफ भी कार्रवाई हेतु शासन को रिपोर्ट भेजा गया है।