बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य: शिक्षा विभाग ने शुरू की नई पहल, BRC पर खुलेगा सेंटर

वर्तमान समय में प्रत्येक बच्चे के लिए जन्म प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है. बिना इस दस्तावेज के ना तो स्कूल में नामांकन संभव है और ना ही आधार कार्ड बनाया जा सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए, बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने एक नई पहल शुरू की है.
बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि सभी जिलों के बीआरसी केंद्रों पर विशेष काउंटर स्थापित किए जाएं. इन काउंटरों के माध्यम से उन बच्चों के लिए जन्म प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. जिनका अभी तक प्रमाण पत्र नहीं बना है. इसका मुख्य उद्देश्य उन बच्चों की मदद करना है, जिनका नामांकन नहीं हो पा रहा और जिन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है.
बीआरसी केंद्रों पर ही अब आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र दोनों बनाए जाएंगे। इसके अलावा, शिक्षा विभाग ने बच्चों की हाजिरी को ऑनलाइन दर्ज करने के लिए एक नया पोर्टल लॉन्च किया है. हालांकि, शिक्षकों को उपस्थिति दर्ज करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि कई बच्चों का आधार कार्ड अब तक नहीं बना है.
जन्म प्रमाण पत्र बनवाने में किसी भी प्रकार की बाधा न आए, इसके लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं. इस पहल के माध्यम से बेसिक शिक्षा विभाग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि सभी बच्चों को समय पर आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र मिल सके. जिससे वे शिक्षा और अन्य सरकारी लाभों का पूरा फायदा उठा सकें.