CDO ने सुनीं फरियादियों की शिकायत: बोलीं- समाधान के बाद शिकायतकर्ता का संतुष्ट होना जरूरी, लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी

कानपुर देहात की मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन. ने संपूर्ण समाधान दिवस पर तहसील सिकंदरा में जन समस्याएं सुनी। जिसमे उनके द्वारा सर्वप्रथम पूर्व में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस की जन शिकायतों की समीक्षा की गई. जिसके पश्चात तहसील सिकंदरा की जन समस्याएं सुनी.
जिनमें कुल 171 शिकायते प्राप्त हुई. जिनमें से विकास विभाग की 24, पुलिस 23, विद्युत 09,वन विभाग 01, पूर्ति 03, सिंचाई 02, DSWO 01, जल निगम 02, राजस्व 102 से संबंधित थी. जिनमे से 04 शिकायतों का शीघ्र निस्तारण मौके पर ही किया गया। उन्होंने सम्बंधित अधिकारीयों को निर्देश दिए कि जन शिकायतों की निस्तारण अवधि अधिकतम 5 दिवस निर्धारित की जाती है एवं शिकायतों के निस्तारण उपरान्त शिकायतकर्ता का संतुष्ट होना जरुरी है. इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए.
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि संपूर्ण समाधान दिवस शासन के शीर्ष प्राथमिकता में से एक है. इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न की जाए तथा जो शिकायतकर्ता द्वारा जो भी शिकायती प्रार्थना पत्र दिया जाता है उसका समय से निस्तारण किया जाए.
उन्होंने कहा कि जो योजनाएं केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं उसका अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाए व लोगों को लाभान्वित किया जाए तथा तहसील में जो प्रकरण लंबित है उसका निस्तारण हर हाल में हो तथा महिलाओं संबंधित शिकायतों को गंभीरता पूर्वक सुना जाए व समय से निस्तारण हो.
सीडीओ ने अनुपस्थित अधिकारियो को कारण बताओं नोटिस जारी किये जाने के निर्देश दिए गए। जिसके पश्चात तहसीलदार सिकंदरा को निर्देश दिए गए कि भविष्य में आने वाली शिकायतों को रजिस्टर में सही ढंग से अंकित करते हुए निस्तारण आख्या को भी अंकित किया जाए अन्यथा सम्बंधित के विरुद्ध कठोर करवाई अमल में लाई जाएगी.
मुख्य विकास अधिकारी ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन विभागों की सबसे अधिक शिकायतें आई हैं उनका निस्तारण शीघ्र करा लें, अन्यथा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने तहसीलदार सिकंदरा को निर्देशित करते हुए कहा कि सबसे अधिक शिकायतें राजस्व से संबंधित हैं. इसलिए इसमें सुधार लाएं और शीघ्र ही इन शिकायतों का निवारण करें साथ ही उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी तहसील संपूर्ण समाधान दिवस को गंभीरता से लें, चूंकि इसका संबंध सामान्य जनता की शिकायतों से है. जिससे वह हर रोज रूबरू होते हैं.