शिक्षक की भूमिका में नजर आए डीएम, छात्रों के पास बैठकर पूछे सवाल; बोले- बच्चों को स्कूल आने के लिए प्रेरित करें

श्रावस्ती के डीएम शिक्षा-व्यवस्था को सुधारने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. शनिवार को डीएम अजय द्विवेदी एसपी के साथ प्राथमिक विद्यालय भारी गांव पहुंचे. यहां डीएम ने छात्रों को पढ़ाया और उनसे जवाब सवाल किया. डीएम को अपने बीच पाकर छात्र भी काफी खुश नजर आए. इस दौरान डीएम छात्रों के पास बैठकर उनसे पढ़ाई और मिड-डे-मिल की जानकारी लिए. साथ ही शिक्षकों को बच्चों के साथ उचित व्यवहार करने, बेहतर शिक्षा देने और पौष्टिक आहार देने के निर्देश दिए.

जिलाधिकारी अजय द्विवेदी ने बताया कि प्रदेशभर के परिषदीय विद्यालयों में ‘स्कूल चलो अभियान’ चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक बच्चों को शिक्षा के उजियारे से जोड़ना है. इस अभियान के तहत जनपद के सभी विद्यालयों में विशेष अभियान चलाकर शिक्षकों द्वारा घर-घर जाकर अभिभावकों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.

विकास खंड गिलौला के तहत प्राथमिक विद्यालय भारी गांव के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय के स्मार्ट क्लास के संचालन और छात्र-छात्राओं की उपस्थिति की स्थिति की जानकारी ली. ज्ञात हुआ कि कक्षा 1 से 5 तक कुल 70 पंजीकृत छात्रों के सापेक्ष केवल 30 छात्र उपस्थित थे. जिलाधिकारी ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक को छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने और पिछले वर्ष से अधिक नामांकन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

इस दौरान, विद्यालय में पंखों की मरम्मत की स्थिति भी देखी गई, जिनमें कई पंखे खराब थे। जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया कि पंखों की मरम्मत कराई जाए ताकि बच्चों को गर्मी से राहत मिल सके.

जिलाधिकारी ने प्रत्येक कक्षा में जाकर बच्चों से सीधे संवाद किया और शिक्षण कार्य की भूमिका निभाई। उन्होंने बच्चों से गणित के सवाल पूछे और सही जवाब देने पर उन्हें टॉफी-चॉकलेट देकर प्रोत्साहित किया. विशेष तौर पर, छात्रा रितिका को सही जवाब देने पर जिलाधिकारी ने अपना पेन गिफ्ट किया, जिससे छात्रा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

जिलाधिकारी ने सभी छात्रों को समय से विद्यालय आने के लिए प्रोत्साहित किया और अध्यापकों को रुचिपूर्ण शिक्षण कार्य के लिए निर्देशित किया. इसके अलावा, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि स्कूल चलो अभियान के तहत नामांकन में वृद्धि के लिए नवाचार प्रयास किए जाएं और सुनिश्चित किया जाए कि 6 वर्ष का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे.

डीएम ने मध्यान्ह भोजन योजना के तहत बच्चों को पौष्टिक भोजन देने की भी बात की और निर्देशित किया कि भोजन मेन्यू के अनुसार ही तैयार किया जाए. यदि किसी विद्यालय में भोजन निर्धारित मेन्यू के अनुसार नहीं मिलता है तो प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस अधीक्षक ने भी जिले के सभी शिक्षकों और अभिभावकों से अपील की कि वे अपने दायित्वों का सही तरीके से निर्वहन करें और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करें. उन्होंने छात्र-छात्राओं से नियमित रूप से विद्यालय आने की अपील की, ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा के उजियारे से वंचित न रहे.

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