प्रभारी मंत्री ने कोविड-19 संक्रमण से बचाव को लेकर की समीक्षा
सोनभद्रः जिले के प्रभारी बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चन्द्र द्विवेदी ने कलेक्ट्रेट में कोविड-19 संक्रमण से बचाव को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कोविड-19 की दूसरी लहर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी के द्वारा किये कार्यों के तरीफों के पुल बांधे और जिले किये गये स्वास्थ्य संबंधी कार्यों को गिनाया.
अनपरा का आक्सीजन उत्पादन प्लांट जिला प्रशासन की मेहनत से क्रियाशील हुआ है. जिससे सोनभद्र जिला जीवनरक्षक आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हो गया है. जिसके लिए जिला प्रशासन व इंजीनियरों की टीम प्रशंसा की पात्र है. जिन शिक्षकों की कोरोना काल में मृत्यु हो गयी है उनकी देनदारियों का भुगतान करते हुए शिक्षकों के मृतक आश्रितों की तैनाती तत्परता के साथ की जाए.
कोरोना संक्रमण से रोकथाम की समीक्षा करते हुए पाया कि अब तक सोनभद्र में 16514 केस आये जिसमें से 15272 ठीक हो गये हैं और 1001 एक्टिव मामले हैं. जबकि अब तक जिले में 241 मौते हुई है. संक्रमित मरीजों के देखभाल के लिए पूरी व्यवस्था की गयी है. जिले में आक्सीजन की कोई कमी नही है. एल-2 हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों को कोविड एक्ट के तहत खान-पानी, काढ़ा व दवायें उपलब्ध करायी जा रही है.
उन्होंने कहा कि संक्रमित होने वाले मरीजों आनवश्यक रूप से रेफर न किया जाये. जिले के सरकारी अस्पताल के साथ ही कोविड मरीजों के इलाज करने वाले अनुमन्य प्राइवेट अस्पतालों पर भी निगाह रखी जाये. जिले हर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर कम से 10-10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था की जाये. ताकि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को दिक्कत नहीं हो.
उन्होंने कहा कि जितना महत्व जीवन का है उनता ही महत्व व्यक्ति के मरने के बाद उसके शरीर का भी है. लिहाजा कोरोना काल में जिनकी मौत हो उनका दाह संस्कार सम्मानजनक तरीके से किया जाये और जरूरत मंदो के दाह संस्कार के लिए ग्राम पंचायत निधि से सरकार की तरफ से 5-5 हजार रूपये की आर्थिक मदद भी की जाये.
कोविड-19 के संक्रमण के दौरान डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टॉफ, पुलिस कार्मिक, जिला प्रशासन और मीडियाकर्मी कोरोना योद्धा के रूप में कार्य कर रहे हैं, जो सराहनीय है.