सिंचाई के संसाधनों व जल संचयन के लिए हुई मीटिंग

सोनभद्र..जिले के सिंचाई के संसाधनों व जल संचयन के संसाधनों को मजबूत करने व नहरों के पानी को अंतिम छोर तक पहुुंचाने, बन्धा-बन्धियों के जल संचयन क्षमता को बढ़ाने के अलावा राबर्ट्सगंज शहर के पेयजल के लिए उपयोग में आने वाली भिलाई बन्धी के जीर्णोद्धार के लिए स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को लेकर जिलाधिकारी और सदर विधायक भूपेश चौबे ने बैठक की ताकि जिले के बांधों, बन्धियों व जलाशयों का जीर्णोद्धार किया जा सके। जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने सिंचाई विभाग, बन्धी विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया।

जिलाधिकारी के समक्ष मा0 सदर विधायक श्री भूपेष चैबे ने सिंचाई विभाग की नहरें, मीरजापुर प्रखण्ड की नहरें, बन्धी प्रखण्ड के जलाषयों, सोनलिफ्ट कैनाल के चारों स्टेजों के साथ ही जिले में अवस्थित महत्वपूर्ण बन्धियों के जीर्णोंद्धार के बारे में विस्तार से प्रस्तुतीकरण किया और शुद्ध पेयजल, जल संचयन तथा सिंचाई के संसाधनों को मजबूत करने की अपेक्षा की। जिलाधिकारी श्री लिंगम ने सिंचाई निर्माण खण्ड, बन्धी प्रखण्ड, मीरजापुर नहर प्रखण्ड के अधिकारियों को दायित्वबोध कराते हुए कहाकि जिले के नगवां व धंधरौल बांध, करईल बन्धी, झरिया बन्धी, बरिया बन्धी, चाचीकला बन्धी, बरवाडीह बन्धी, बसुहारी बन्धी, सोनलिफ्ट कैनाल के चारों स्टेज व भिलाई बन्धी, देवरी मय देवरा बन्धी, गरदा नाला, कटौती बन्धी, महुअनिया नाला आदि जल संचयन के लिए पहले से निर्मित जिनकी स्थिति जर्जर या वर्षा का पानी भरने से रिसाव/जल क्षरण होता है, का स्थलीय निरीक्षण करके बन्धों, बन्धियों, नालों के जीर्णोंद्धार/मरम्मत के लिए स्टीमेट प्रस्तुत किया जाय। प्रस्ताव/स्टीमेट प्राप्त होते ही धन की व्यवस्था की जायेगी और जल संचयन स्रोतों को मजबूत करके सिंचाई व पेयजल के मद्देनजर जिले का जल स्तर बेहतर बनाना है। जिलाधिकारी ने कहाकि राबर्ट्सगंज शहर के पेयजल आपूर्ति का स्रोत भिलाई बांध के उत्तरी तरफ पक्की दीवार से जल क्षरण होता है, जिसके लिए स्थलीय निरीक्षण करके विषेष कार्ययोजना बनाकर जीर्णोंद्धार करके भिलाई बन्धे का जल क्षरण रोकने के साथ ही बन्धे की जल संचयन क्षमता को भी बढ़ाना होगा।

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